कुछ लोग कहते है देश बर्बाद हो रहा है कब सरकार हमारे दिए टैक्स का हिसाब देगी | क्या जरूरत है सरकार से हिसाब मांगने की | इसका बहुत ही साधारण सा तरीका मैं बताता हूँ की आपका काम भी हो जाए और सरकार से हिसाब भी न माँगना पड़े | अपने आसपास एक ऐसी संस्था ढूंढे जिसको सेक्शन 80G में दान प्राप्त करने पर छूट प्राप्त हो | उस संस्था से बात करे और उसको दान देकर अपने आसपास के वो काम कराये जो सरकार को करने थे लेकिन सरकार नहीं कर रही | आपको सरकार को टैक्स नहीं देना पड़ा और काम भी हो गया | अगर सरकारे निठल्ली हो गयी है , अगर सरकारों से अगले तीन साल हिसाब मांगना मुश्किल है तो आगे बढ़ो और स्वयं कार्य को करने की प्रतिज्ञा लो और दिखा दो की अगर सरकारे हमें अच्छा रहन सहन नही दे सकती तो हम खुद सक्षम है उसको सुधारने के लिए | सरकार से हिसाब समय आने पर माँगा जायेगा लेकिन हम लोग अपने द्वारा दिए जाने वाले टैक्स को बचा कर उससे अपने काम करा सकते हैं
सरकारों को दिखा दो की कितना दम है हम लोगो में | हम सिर्फ अहिंसा से ही सरकारों को हिला सकते हैं फिर सिर्फ कोसते रहकर नर्क में क्यूँ रहे | अच्छा जीवन जीने के लिए इतनी महनत कर सकते हैं तो उसको और बेहतर बनाने के लिए थोडा सा जोर और लगाए तो देश की तस्वीर बदल सकते हैं |
अंतर्मन में उत्पन्न हुए, कुछ व्यक्ति, वस्तु या परिस्थिति से सम्बंधित, कुछ भावों को प्रदर्शित करने की एक छोटी सी कोशिश
अंतर्मन - मानव का वो साथी है जो उसको हमेशा अहसास दिलाता है की मानव भगवान का अंश है सच्चे अर्थो में हमेशा साथ खड़ा रहने वाला दोस्त अंतर्मन ही तो है जो हमेशा हमे कुछ भी गलत करने से रोकता है किसी भी काम से पहले मन कहता है रुक, सोच ले और हर गलत कदम पे वो अहसास कराता है कि भगवान देख रहा है लेकिन, आदमी अंतर्मन की आवाज को अनसुना कर आगे बढ़ता है; सभी गलत काम करता है, लोगो को ठगता है और फिर कहता है कि अच्छा हुआ जो ये काम कर लिया, कितना पैसा कमा लिया (जबकि उस समय भी अंतर्मन कहीं डर रहा होता है)
जब यह योजना बनी की अंग्रेजी ब्लॉग में रोसेन लगातार कुछ लिख रही है और मैं पंचतत्व में हिंदी ब्लॉग की कमी को पूरा करूँ तो मुझे लगा कि अंतर्मन की आवाज से बेहतर और क्या होगा लिखने को - जिसे हम सब सामने नहीं आने देना चाहते कोशिश है एक छोटी सी अंतर्मन की दशा बताने की - अगर लगे कि मैं उस आवाज को सुन पाया हूँ तो स्वागत करना; अन्यथा, एक दोस्त की तरह मुझसे इस बात की मंत्रणा करना कि क्यों मैं चाह कर भी अंतर्मन की आवाज़ सुन नहीं पाया
जब यह योजना बनी की अंग्रेजी ब्लॉग में रोसेन लगातार कुछ लिख रही है और मैं पंचतत्व में हिंदी ब्लॉग की कमी को पूरा करूँ तो मुझे लगा कि अंतर्मन की आवाज से बेहतर और क्या होगा लिखने को - जिसे हम सब सामने नहीं आने देना चाहते कोशिश है एक छोटी सी अंतर्मन की दशा बताने की - अगर लगे कि मैं उस आवाज को सुन पाया हूँ तो स्वागत करना; अन्यथा, एक दोस्त की तरह मुझसे इस बात की मंत्रणा करना कि क्यों मैं चाह कर भी अंतर्मन की आवाज़ सुन नहीं पाया
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